1. सहकारिता मंत्रालय की स्थापना कब हुई ?
उत्तर: सहकारिता मंत्रालय की स्थापना केंद्र सरकार द्वारा ‘सहकार से समृद्धि’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मंत्रिमंडल सचिवालय की राजपत्र अधिसूचना सं. 2516 दिनांक 6 जुलाई, 2021 के माध्यम से की गई ।
2. इस मंत्रालय के बनने से पहले सहकारिता का विषय किस मंत्रालय द्वारा देखा जाता था ?
उत्तर: सहकारिता के विषय को पूर्व में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत तत्कालीन कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग के सहकारिता प्रभाग द्वारा देखा जाता था ।
3. सहकारिता मंत्रालय के मुखिया कौन हैं ?
उत्तर: इस मंत्रालय के प्रमुख श्री अमित शाह, माननीय सहकारिता मंत्री हैं और उनकी सहायता के लिए श्री बी.एल.वर्मा, माननीय सहकारिता राज्य मंत्री हैं । सचिव, सहकारिता इस मंत्रालय के प्रशासनिक प्रमुख हैं । सचिव, सहकारिता की सहायता के लिए एक अपर सचिव, दो संयुक्त सचिव और एक सी आर सी एस हैं ।
4. सहकारिता मंत्रालय के क्या उत्तरदायित्व हैं ?
उत्तर: इस मंत्रालय का उत्तरदायित्व देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए एक पृथक प्रशासनिक,कानूनी और नीतिगत ढांचे का प्रावधान करना है । इसका उद्देश्य एक वास्तविक जन आंदोलन के रूप में सहकारिताओं को मजबूत करना है जो निचले स्तर तक विस्तृत हों और एक ऐसे सहकारिता आधारित आर्थिक माडल का विकास करना है जहां सभी सदस्य जिम्मेदारी की भावना से काम करते हों ।
5. मंत्रालय के प्रमुख कार्यकलाप क्या हैं ?
उत्तर- मंत्रालय के प्रमुख कार्यकलापों में सहकारिताओं के लिए ‘ कार्य करने हेतु सुगमता’ प्रदान करने की दृष्टि से प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना और बहु-राज्य सहकारी समितियों के विकास को सक्षम बनाना है । इसमें सहकारिता को मजबूत बनाने, पारदर्शिता लाने, आधुनिकीकरण, कम्प्यूटरीकरण, प्रतिस्पर्धी सहकारी समितियों की स्थापना करने, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक वंचित व्यक्ति के लिए विकास के मार्ग में आने वाली चुनौतियों का निरंतर समाधान करना शामिल है । ‘सहकार से समृद्धि’ के अंतर्गत प्रत्येक गांव को सहकारिता से जोड़ने, प्रत्येक गांव को खुशहाल बनाने और एक समृद्ध भारत बनाने पर बल दिया जाता है ।
6. सहकारिता मंत्रालय का विजन क्या है ?
उत्तर: इस मंत्रालय का मुख्य दायित्व ‘सहकारिता से समृद्धि’ के विजन को प्राप्त करना, देश में सहकारिता आंदोलन को सृदृढ़ करना और निचले स्तर तक इसकी पहुंच को बढ़ाना, सहकारिता-आधारित आर्थिक विकास मॉडल को बढ़ावा देना और सहकारिता को उसकी क्षमता अर्जित करने में सहायता देने के लिए उपयुक्त नीतिगत, कानूनी और संस्थागत ढांचे का सृजन करना है ।
7. सहकारिता के सिद्धांत क्या हैं ?
उत्तर: वैश्विक रूप से स्वीकृत सहकारिता सिद्धांत हैं :-
1. खुली और स्वैच्छिक सदस्यता
2. लोकतांत्रिक तरीके से सदस्यों की भागीदारी
3. सदस्यों की आर्थिक भागीदारी
4. स्वायत्तता और स्वतंत्रता.
5. शिक्षा, प्रशिक्षण और सूचना
6. कोआपरेटिव के बीच सहयोग
7. समुदाय के प्रति सरोकार